शहडोल। सादिक खान
शहडोल। जिले में जंगली जानवरों का आए दिन आना-जाना आम हो गया है। केशवाही वन परिक्षेत्र के भूमकार गांव में एक मादा भालू अपने दो शावको के साथ दिखाई दी है। जिसे देखने के बाद लोगो में डर है। बीते दिनो ब्यौहारी में जंगली हाथियों ने तीन लोगो को कुचल कर मौत के घाट उतारा दिया था, अब केशवाही में भालू देखे जाने के बाद लोगो में काफ़ी खोफ है। वन विभाग गांव मुनादी करवा रहा है। वन विभाग ने कहा मोहरा पहाड़ियों में दो दर्जन से अधिक भालू अपना बसेरा करते हैं।
स्थानिक ग्रामीणों के अनुसार जैतपुर से दरशिला जाने वाले मार्ग में स्थित भुमकार गांव के पास सड़क किनारे भालू दिखाई दिया है । वहीं वन विभाग के अधिकरी बताते हैं कि यह एक मादा भालू है, जो अपने दो शवको के साथ पानी की तलाश में बस्ती की ओर आई थी। सड़क किनारे भालू देखे जाने की जानकारी जैसे ही वन विभाग को लगी तो वन विभाग ने मोर्चा संभालते हुए अपनी दो टीमें गांव के आसपास लगा दी है।जो जगह-जगह मुनादी कर लोगों को जागरूक कर रही है।स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस स्थान पर यह भालू दिखा है ,वह गांव की बस्ती से महज आधा किलोमीटर दूर है। बस्ती से भालू सड़क किनारे चला गया, जिसे कुछ लोगों ने देखकर अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया। और वन विभाग को मामले की जानकारी दी थी।
रेंजर ने बताया कि केशवाही वन परिक्षेत्र के भुमकार एवम खमरिया गांव में भालूओ का मूवमेंट बना हुआ है।केशवाही रेंजर अंकुर तिवारी ने इस संबंध में यह भी बताया कि हमें कुछ लोगों ने भालू के वीडियो भेज इसकी जानकारी दी थी, हमने दो टीमें गठित कर दी है। जो भुमकार एवम खमरिया गांव में मुनादी कर लोगों को सतर्क कर रही है। अभी लोग तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल जाते हैं ,उन्हें कोई खतरा न हो ,जिसको लेकर हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। और लोगों को जानकारी दे रहे हैं कि जंगल में अकेले ना जाएं ,सतर्क रहें और जंगली जानवरों का मूवमेंट मिलते ही वन विभाग को मामले की जानकारी दे।
मोहरा पहाड़ भालुओं के लिए सुरक्षित
रेंजर के अनुसार भुमकार गांव के पास ही मोहरा पहाड़ है जो काफ़ी ऊंची है। पहाड़ में कई गुफाएं है जिसमें दो दर्जन से अधिक भालू 12 महीने रहते हैं। गर्मियों के समय पानी की तलाश में वह गांव की बस्तियों में आ जाते हैं । मुमेंट मिलते ही हमने टीम लगाई है जो गांव गांव मुनादी कर लोगो को जागरूक कर रही है । और भालुओ पर निगरानी बनाए हुऐ है।
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