Ticker

6/recent/ticker-posts

जिला अस्पताल शहडोल का SNCU बना नवजातों के लिए जीवन रक्षक, सतना के दंपत्ति ने जताया भरोसा

 


शहडोल। सादिक खान 

शहडोल। जहां लोग अब सरकारी अस्पताल के नाम पर घबरा जाते हैं, और सोचते हैं कि उन्हें क्या सही इलाज शासकीय अस्पताल में मिल सकेगा, लेकिन ऐसा नहीं है। जिला अस्पताल के SNCU की सराहना शहडोल जिले के साथ-साथ प्रदेश के कई जिलों में भी हो रही है। ऐसा ही कुछ मामला अब सामने आया।किसी बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल से भी बेहतर इलाज शहडोल जिला अस्पताल के SNCU में मिला” — यह कहना है सतना जिले के रहने वाले दंपत्ति नम्रता गुप्ता एवं उनके पति पंकज कुमार गुप्ता का है। जिनके समय से पूर्व जन्मे जुड़वां शिशुओं को जिला अस्पताल शहडोल के SNCU में नया जीवन मिला।

दरअसल 11 नवंबर 2025 को नम्रता गुप्ता ने शहडोल जिले के एक निजी अस्पताल में आठवें महीने में कम वजन के जुड़वां शिशुओं को जन्म दिया। जन्म के समय एक शिशु का वजन मात्र 1.2 किलोग्राम तथा दूसरे का 1.46 किलोग्राम था। जन्म लेते ही दोनों नवजातों को सांस लेने में गंभीर परेशानी होने लगी, जिसके चलते उन्हें NICU में भर्ती किया गया। काफी महंगे खर्च और स्वास्थ्य में अपेक्षित सुधार न होने के कारण परिजनों ने 13 नवंबर 2025 को दोनों बच्चों को जिला अस्पताल शहडोल के SNCU में भर्ती कराने का निर्णय लिया।

यहां दोनों शिशुओं की हालत नाजुक थी। वे रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम से पीड़ित थे और गंभीर संक्रमण भी हो गया था। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों एवं प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ ने पूरी दृढ़ता, आत्मविश्वास और समर्पण के साथ उपचार शुरू किया। दोनों बच्चों को CPAP सपोर्ट पर रखा गया और कंगारू मदर केयर के माध्यम से धीरे-धीरे मां का दूध पिलाना शुरू किया गया।

लगातार दो सप्ताह की मेहनत के बाद दोनों शिशुओं का वजन बढ़ने लगा और उनकी स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ। आज दोनों पूरी तरह से मां का दूध पीने में सक्षम हैं और खतरे से बाहर हैं। 36 दिनों के लंबे इलाज के बाद परिजनों की सहमति से स्वस्थ अवस्था में दोनों नवजातों को डिस्चार्ज किया गया।

SNCU इंचार्ज डॉ. सुनील कुमार हथगेल ने बताया कि निजी अस्पतालों से गंभीर नवजातों का जिला अस्पताल में इलाज के लिए आना इस बात का प्रमाण है कि लोगों का भरोसा जिला अस्पताल के SNCU पर लगातार बढ़ रहा है। परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों, नर्सों और सपोर्ट स्टाफ के समर्पण की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया।

Post a Comment

0 Comments