शहडोल। सादिक खान
शहडोल। भारतीय रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था एक बार फिर से सुर्खियों में हैं, जब रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने जहरखुरानी के एक शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया। यह मामला उस समय प्रकाश में आया जब 3 जुलाई 2025 को भोपाल-दुर्ग अमरकंटक एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रा करते समय एक महिला यात्री जहरखुरानी का शिकार हुई। गीता बाई रजक नामक महिला अपने परिजनों के साथ यात्रा कर रही थीं, तब उन्हें बेहोश करने के बाद उनके गहने चोरी कर लिए गए।
महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि आरोपी ने पहले उनसे दोस्ती की और फिर चाय में नींद की दवा मिलाकर उन्हें बेहोश कर दिया। जब वे बेहोश हो गईं, तो आरोपी ने उनके गले से सोने का मंगलसूत्र चुरा लिया और उमरिया रेलवे स्टेशन पर उतर गया। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, पीड़िता ने शहडोल जीआरपी थाने में 8 जुलाई 2025 को शिकायत दर्ज करवाई।
आरपीएफ के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त बिलासपुर, दिनेश सिंह तोमर के मार्गदर्शन में आरपीएफ की टीम ने तत्परता से कार्रवाई की। उन्होंने रेलवे स्टेशनों और नजदीकी होटलों के CCTV फुटेज की जांच की। इसके अलावा, पुराने जहरखुरानों की गतिविधियों का पता लगाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। इस दौरान टीम ने आरोपी का मोबाइल नंबर ट्रेस करते हुए उसकी लोकेशन का पता लगाया और बुधवार को शहडोल रेलवे स्टेशन पर आरोपी राजेश अरोरा को गिरफ्तार किया।
आरोपी की उम्र 56 वर्ष है और वह गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश का निवासी है। पूछताछ के दौरान, उसने स्वीकार किया कि उसने यात्रा के दौरान गीता बाई को चाय में नींद की गोली मिलाकर दी और उन्हें बेहोश करने के बाद चोरी की गई संपत्ति के साथ भाग गया। गिरफ्तारी के बाद, जहरखुरानी के कब्जे से चोरी किया हुआ मंगलसूत्र बरामद किया गया, जिसकी कीमत एक लाख रुपये से अधिक होने का अनुमान है।
शहडोल आरपीएफ प्रभारी ने बताया कि इस प्रकार के अपराधों की रोकथाम के लिए लगातार विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान सतर्क रहें और किसी भी संदेहास्पद व्यक्ति के बारे में तुरंत पुलिस को सूचित करें।
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