शहडोल। सादिक खान
शहडोल। शहडोल जिला स्वास्थ्य मंत्री के प्रभार का जिला है, और इस जिले की अस्पताल की व्यवस्था लड़खड़ा गई है। हम बात कर रहे हैं जिला अस्पताल शहडोल की,जहां ब्लड बैंक में बैग खत्म हो गए है। पांच दिनों से बैग की किल्लत है,इस वजह से लोग ब्लड डोनेट करने भी आ रहे हैं, तो उन्हें या तो वापस लौटा दिया जा रहा है,या बाहर से खरीद कर लाने को कहा जा रहा है। अधिकारियों ने तो अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि यह जवाबदारी कंपनी की है, जो बैग की सप्लाई करती है।
कुशा भाऊ ठाकरे जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में पांच दिनों से बैक खत्म हो जाने से लोगों को काफी परेशान होना पड़ रहा है। इसका खुलासा तब हुआ जब एक महिला मरीज को ओ पॉजिटिव प्लेटलेट्स की जरूर हुई ,तो उसके परिजन अस्पताल पहुंचे जहां उन्हें घंटों इंतजार कराया गया, और अंत में वहा के कर्मचारियों ने बैंक खत्म होने की बात कही।जिसके बाद समाज सेवी बैल्ट बैंक पहुंचे और अधिकारियों से शिकायत की है।ब्लड बैंक टेक्नीशियन राजेश मेहरा ने बताया कि बैंक खत्म होने की जानकारी हमने अधिकारियों को दे दी है,लेकिन अब तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है।जिससे ब्लड की जरूरत वाले मरीजों को मना कर वापस भेजना पड़ रहा है।
समाजसेवी सिल्लू रजक ने बताया की एक महिला मरीज को O पॉजिटिव प्लेटलेट्स ब्लड की जरूरत थी।परिजन पूरे दिन ब्लड बैंक के चक्कर लगाते रहे, लेकिन प्लेटलेट्स बैग न होने के कारण कोई मदद नहीं मिल सकी।स्थानीय समाजसेवियों ने भी प्रयास किया, ब्लड कैंप चलाने वाले सिल्लू रजक ने कलेक्टर और सिविल सर्जन को इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कलेक्टर ने संज्ञान लेने की बात तो कही है। लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई।आखिरकार परिजनों को बाहर से प्लेटलेट्स बैग का इंतजाम करना पड़ा,तब जाकर मरीज को O पॉजिटिव ब्लड दिया जा सका।
सूर्य चैरिटेबल कंपनी के कर्मचारी कृष्णा चौधरी ने बताया कि उनके द्वारा 10 अक्टूबर को ही संबंधित कंपनी को जानकारी दे दी गई थी,लेकिन कंपनी की ओर से अब तक कोई सप्लाई नहीं भेजी गई, जिससे हालात और गंभीर हो गए हैं।
जिला अस्पताल की सिविल सर्जन डॉ शिल्पी सराफ ने कहा बैक खत्म होने की जानकारी कंपनी को दी गई थी, लेकिन सूर्य चैरिटेबल कंपनी ने इस पर लापरवाही की और बैंक नहीं भेजे है।हमने अभी कुछ व्यवस्था बनाई है। जिससे मरीजों को दिक्कत ना हो।
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