शहडोल। सादिक खान
शहडोल। बस स्टैंड में ड्यूटी के दौरान आरक्षक की मौत के बाद अब लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। जिला कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष आजाद बहादुर सिंह ने एक बयान जारी कर कहा कि अगर यातायात की व्यवस्था शहर और बस स्टैंड में समय पर सुधरी होती तो शायद आरक्षक आज ड्यूटी के दौरान शाहिद नहीं हुआ होता है। दोषियों पर अधिकारी कार्यवाही करें,और यातायात प्रभारी पर निलंबन जैसी कड़ी कार्रवाई की जाए।
क्या था मामला
रविवार की दोपहर कोतवाली में पदस्थ आरक्षक महेश पाठक को बस ने कुचल दिया था, जिससे उनकी ड्यूटी के दौरान मौके पर मौत हो गई थी। पुलिस के अनुसार सड़क पर एक बस खड़ी थी, जिसे आरक्षक महेश पाठक हटवा रहे थे।इस दौरान दादू कंपनी की बस,बस स्टैंड के अंदर जा रही थी,और उसने आरक्षक को कुचल दिया, जिससे आरक्षक की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई। सोमवार को आरक्षक को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ उनके गृह ग्राम रीवा में अंतिम विदाई दी गई।
बस स्टैंड में लगी थी ड्यूटी
आरक्षक महेश पाठक कोतवाली में पदस्थ थे और बस स्टैंड की व्यवस्था बनाने के लिए उन्हें बस स्टैंड में तैनात किया गया था। ट्रैफिक का एक कर्मचारी उनके सहयोग में था,आजाद बहादुर सिंह ने कहा कि बस स्टैंड की व्यवस्था लगातार अवस्थित थी, कई बार मामले की शिकायत भी की गई,लेकिन यातायात विभाग ने इस पर कोई कार्यवाही नहीं की, जिसकी वजह से आरक्षक शहीद हो गया।
कांग्रेस पूर्व जिला अध्यक्ष आजाद बहादुर ने अब व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए हैं।उन्होंने कहा कि बस स्टैंड सहित शहर की यातायात व्यवस्था लड़खड़ा गई है। दोषी यातायात प्रभारी पर पुलिस के मुखिया कार्यवाही करें और उन्हें तत्काल निलंबित किया जाए।उन्होंने आगे कहा कि पीड़ित परिवार को सही मुआवजा दिया जाए, और नौकरी दी जाए।
शहडोल संसद हिमाद्री सिंह ने लिखा पत्र
शहडोल संसद हिमाद्री सिंह ने प्रदेश के मुखिया डॉक्टर मोहन यादव को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में कहां की आरक्षक के परिवार को सहायता राशि एवं सम्मान दिया जाए, और ड्यूटी के दौरान हुई मौत पर आरक्षक को शाहिद का दर्जा दिया जाए।
देखे वीडीओ
https://youtu.be/hxzLikYAsQY?si=soaBeSFPhtfDz4yL

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